इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है ?
शेयर मार्किट में एक ही दिन में शेयर को कम दाम पर खरीदकर ज्यादा दाम पर बेचकर मुनाफा कमाने को इंट्राडे ट्रेडिंग कहते है | ट्रेडिंग करके रोज पैसे कमाने के लिए इंट्राडे ट्रेडिंग सबसे अच्छा साधन है और हजारों लोग इसकी मदद से लाखों रूपये रोजाना शेयर मार्किट से कमाते है| आप भी शेयर मार्किट से रोजाना पैसे कमा सकते है, लेकिन इसके लिए आपको इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में सही जानकारी होनी चाहिए।क्योंकि इंट्राडे ट्रेडिंग काफी जोखिम भरा काम होता है. अगर आपको इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में सही जानकारी नहीं है तो आपको ट्रेडिंग में नुकसान हो सकता है, तो आइए आपको बताते हैं इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में विस्तार से बताते हैं.
इंट्राडे ट्रेडर्स कौन होते हैं?
शेयर बाजार में सफल होने का एक सिद्धांत है- “जितना अधिक समय आप बाजार में बिताते हैं, यह उतना ही अधिक फायदेमंद होता है”। इंट्राडे ट्रेडिंग आम तौर पर उन लोगो द्वारा की जाती है जो बाजार में बहुत सक्रिय भागीदार होते हैं, यानी हर गुजरते सेकंड में उनकी नजर बाजार पर होती है |
इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय सबसे महत्वपूर्ण बात जो ध्यान में रखनी चाहिए वह यह है कि इंट्राडे ट्रेड करते समय बहुत लालची नहीं बनना चाहिए। यदि हमारे पास सख्त लाभ लक्ष्य और स्टॉप-लॉस स्तर हैं, तो यह इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सही ट्रेडों का चयन करने में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए किन चीजों की जरूरत होती है
इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको ट्रेडिंग अकाउंट की जरुरत होती है | बिना ट्रेडिंग अकाउंट के आप ट्रेडिंग नहीं कर सकते . सबसे पहले आपको एक कंपनी को चुनना है और उसके शेयर की कीमत पर हुए उतार चढ़ाव के ग्राफ को देखना है।यह जानकारी आपको न्यूज़ चैनल या यूट्यूब पर मिल जाएगी। आजकल कई एप्स है जिनसे आप शेयर मार्केट की जानकारी ले सकते हैं | इसके अलावा आप स्टॉक एक्सचेंज में खुद से कुछ कंपनी के शेयर की जाँच कर सकते है।
इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें
एक बार जब आप ट्रेडिंग अकाउंट खोल लेते है तो अब बारी आती है इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए शेयर खरीदने की, तो जब आप ट्रेडिंग के लिए अपने ट्रेडिंग अकाउंट में पैसे डालते है तो आपको आपके ब्रोकर की तरफ से ट्रेडिंग अकाउंट में मार्जिन मनी मिलती है | मार्जिन मनी आपको आपके ट्रेडिंग अकाउंट पर मिलने वाले कर्ज के सामान है जिस पर आपको कोई ब्याज नहीं देना पड़ता लेकिन फिर भी आप जितनी मार्जिन मनी का उपयोग करते है उतनी ही आपको वापस भी देनी पड़ती है| इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि जब आप मार्जिन मनी का इस्तेमाल करें तो आधे से भी कम का करे, क्योंकि अगर ट्रेडिंग में आपको घाटा होता है तो आपको ज्यादा नुकसान न उठाना पड़े।
अब बारी आती है शेयर मार्किट के खुलते ही शेयर खरीदने की। आपको अपने शेयर पर टारगेट एवं स्टॉप लॉस लगा कर शेयर की कीमत बढ़ने का इन्तजार करना है | टारगेट और स्टॉप लॉस का मतलब है कि जब आप कम दाम में शेयर खरीदते है तो आप एक अनुमान लगाते है कि जो शेयर 100 रूपए प्रति शेयर की कीमत पर ख़रीदा गया है उसको 105 रूपए प्रति शेयर की बड़ी हुई कीमत पर बेचा जाएगा।
जब हम शेयर मार्किट से शेयर खरीदते है तो हमे शेयर की कीमत बढ़ने का कोई सटीक आंकड़ा पता नहीं होता, हम सिर्फ अनुमान पर ही ट्रेडिंग करते है | हम stop loss पर खरीदे हुए शेयर की कीमत जितना हो सके उतना कम लगाते है ताकि शेयर की कीमत गिरकर तुरतं बढ़ने पर हमे नुकसान न हो |
ट्रेडिंग के लिए जैसे ही आप शेयर खरीदते है ठीक वैसे ही शेयर पर बेचने का टारगेट लगा देना चाहिए. इससे जैसे ही उस शेयर कि कीमत आपके तय किये गए टारगेट तक पहुंचेगी, आपके शेयर अपने आप बिक जायेंगे और आपके खाते में मुनाफे के पैसे जमा हो जायेंगे | शेयर मार्किट में शेयर की कीमत हर मिनट में बढती और घटती है। कई बार हमारे ज्यादा लालच के चलते हम अपने शेयर पर टारगेट नहीं लगाते और सोचते है कि जब शेयर की कीमत और ज्यादा हो जायगी तब बेच देंगे ऐसे में फायदा भी हो सकता है और नुकसान भी।
इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय किन बातो का ध्यान रखे
जब आप इंट्राडे ट्रेडिंग करने लगते हैं तो आपको ये अच्छा लगने लगता है।इसलिए एक सफल इंट्राडे ट्रेडर बनने के लिए और अच्छी ट्रेडिंग करने के लिए आपको कुछ जरुरी बातो को हमेशा ध्यान में रखना है।
- एक ही शेयर में बार बार ट्रेडिंग ना करे
- ट्रेडिंग में मुनाफा ज्यादा होने पर भाग्यशाली दिन समझ कर ज्यादा ट्रेडिंग न करे
- किसी भी व्यक्ति की सलाह पर ट्रेडिंग न करे, खुद कंपनीज पर रिसर्च करे फिर ट्रेड करे
- ट्रेडिंग में एक साथ ज्यादा पैसे न लगाये क्योंकि इंट्राडे में जोखिम ज्यादा होता है
- इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर को कभी होल्ड करके न रखे
- बंद होती हुई कंपनी या नीचे जाती हुई कंपनी के शेयर कभी न ख़रीदे